Monday, August 2, 2010

{http://www.kavyatarang.co.cc/} दोस्त

दोस्त
 
दोस्ती शायद जिंदगी होती है,
जो हर दिल में बसी होती है,
वैसे तो जी लेते सभी अकेले,
 फिर भी जरुरत इस्की हर किसी को होती है,
 
 गझल है गुंगुनाने के लिये,
दोस्ती नगमा है सुने के लिये,
ये वोह जझबे है जो सबको मिलता नाही,
हौसला चाहिये दोस्ती निभाने के लिये,
 
जहा लोगो होंगे वही बात होगी,
जहा चंद होगा वही रात होगी,
हून हर हाल में मुस्कुराते रहेंगे
अगर आपकी दोस्ती हमारे साथ होगी
 
सुरेखा

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