Friday, July 9, 2010

Fwd: nice story ..............chatting


तुमसे  मिलके  ऐसा  लागा

                                                      तुमसे  मिलके
                                                      आरमा  हुये  पुरे  दिलके

                                                      ऐ  मेरी   जाने  वफा

                                                      तेरी  मेरी  मेरी  तेरी

                                                      एक  जान  हैं

                                                       साथ  तेरे   रहेंगे   सदा ……..



---------- Forwarded message ----------
From: Santosh Palav <santooo.palav@gmail.com>
Date: Jul 10, 2010 12:20 PM
Subject: Re: nice story ..............chatting
To: meemarathi@googlegroups.com

खरच यार खुप सुंदर थोड्या वेदना झाल्या

 
2010/7/10 Rahul Bhosale <rgbhosale@gmail.com>


 
                         लग्नानंतर   आयुष्यात  आलेला पहिला  मुलगा . वयाने  लहान  पण  मनाने  आणि  बुद्धीने  खूप  मोठा   होता. त्याच्याशी  बोलताना  परकेपणा  कधीच  वाटला  नाही . नेहमी  तो  माझ्या जवळचा  वाटायचा  .कधी  कधी  तर  अस  वाटायचं  कि  विवेक  ऐवजी  हाच  जर माझ्या  आयुष्यात  आला  असता  तर .…..पण  म्हणतात  ना  नियतीने सर्वांच्या  गाठी  बांधलेल्या  असतात  तसच  काही  झाल  असाव . त्याचा फोटो  मागूनही  त्याने  कधी  पाठवला  नाही , तो  नेहमी  म्हणायचं  कि माणसाची  प्रतिमा  त्याच्या  बोलण्यातून  प्रकट  होते . अस  समाज  कि तू आंधळी  आहेस  आणि  तुला   एक  शिल्पकृती  बनवायची  आहे  . मी  खूप प्रयत्न  केला  त्याची  प्रतिकृती  बनवण्याचा  पण  मनासारखी  जमलीच नाही . एका  एकदम  सामान्य  मुलाची  मुर्त्य  माझ्या  हातून  घडली . अस वाटलं  त्याच्या  चेहऱ्यातून  मुख्यतः  त्याच्या  डोळ्यातून  त्याच्या मनातले  सराव  भाव  प्रकट  होतात . जणू  काही  त्याचे  डोळेच  माझ्याशी मूक  संवाद  साधत  आहेत . एकदा  त्याने  phone केला  आणि   माझ्या आवडीचे  colour   विचारले , मी  तपकिरी  आणि  cream colour सांगितले  . त्याने  त्या  दिवशी  तपकिरी  colourcha   shirt आणि  cream colourchi pant   घेतली  . मग  माझ्या  मनातल्या  आकृतीलाही  मी तेच  वस्त्र  चढवले . खूप  गोड  दिसत  होता  तो . कधी  motor   cycle   वर  बसून  मला फिरवताना ,कधी  पावसाच्या  सारींपासून एकाच  छत्रीतून  स्वतःचा  बचाव करताना  दिसायचा . त्याच्याबरोबर  फिरताना  अस  वाटायचं  कि  हा  प्रवास कधीच  संपू  नये  . आणि  लवकर  तो  सत्यात  उतरावा .

                     1 ऑक्टोबरला  माझ्या  वाढदिवसाला  chating तिंग वरून celebrate   केलेला  तो  वाढदिवस  मी  कधीच  विसरू  शकत  नाही . ज्या अपेक्षा  मी  विवेक  कडून  केल्या  होत्या  त्या  सर्व  त्याने  पूर्ण केल्या . माझ्याकडून  कशाचीही  अपेक्षा   न  करता ……! कस  जमत  रे  तुला हे . माझा   नवरासुद्धा  काही  न  काही  तर  शारीरिक  सुखाची  अपेक्षा करतो , पण  तू  मात्र  फक्त  देत  गेलास  अमाप  सुख , ज्यात  मी पूर्णपणे  न्हाऊन  निघाले .

            Orkut मधाळ  तुझ  नाव …..मनापासून  ! तुझ  प्रोफिले  खूप आवडल  आणि  तुला  मैत्रीसाठी  विचारलं . वाटलं  होत  सर्व  मुलांप्रमाणे तुही  बोलशील  काय  करतेस ? नाव  काय ? राहायला  कुठे  ? BF   आहे  का ? फोन   no.दे . पण  तू   यातला  एकही  प्रश्न  विचारला   नाहीस . तुझा पहिलाच  प्रश्न  मनाला  स्पर्शून  गेला   कधी  कुणावर  प्रेम  केल  आहेस का ? या  प्रश्नाने  माझ्या   आयुष्याच्या  पुस्तकातली  सर्व  पाने उलगडली  गेली . पण  खूप  विचारांती  ठरवलं  कि  इतक्या  लवकर  याला  काही  सांगायचं  नाही . स्वतःची  personal life अशी  कुणाबरोबर  शहरे  करायची नाही . मी  तुला काहीच  नाही  सांगितलं . घरी  आई  ,वडील  आणि  भाउ यांच्याबरोबर  राहते . स्वतःची  separate   room आहे  ,कॉम्पुटर engineering करते  सर्व  खोट  सांगितलं . तास  न  तास  तुझ्याशी  chating  करायचे  पण  तुला  काही  खर  सांगितलं  नाही  . तीन  दिवसांच्या बोलण्याने  तू  मला  पूर्ण  जिंकलास . अशा  स्वभावाचा  मुलगा  मी आजपर्यंत  कधी  बघितला  नव्हता . तुझ्याशी  chatting करताना  रोहन , राज यांच्याशीही  बोलायचे  पण  त्यांच  बोलन  आणि  तुझ  बोलन  यात  कितीतरी फरक  hota  . जगापेक्षा  कितीतरी  वेगळा  होतास . तुला  फसवण  मला  जमलाच  नाही  रे . काय  अशी  जादू  केलीस  कोण  जाणे  पण  चौथ्या  दिवशी ठरवलं  तुला  सर्व  काही   खर  सांगायचं . तसा  scrap   तुला  केला , माझ  लग्न  होऊन  3 वर्ष  झालेत . मी  माझ्या  नवरयाबरोबर  देल्हीला  राहते . हे  सर्व  ऐकून  तू  माझ्याशी  मैत्री  ठेवणार  नाहीस , नको  ठेउस , bye. एवढाच  scrap   होता  तो . पण  तुही  तितकाच  शांत  reply दिलास  . लग्न हे  एक  बंधन  आहे , त्यात  तू  अडकली  आहेस .पण  तुझ  मन  अजूनही प्रेमासाठी  आसुसलेल  आहे  शारीरिक  नाही  तर  मानसिक . मी  ठरवलं  होत कि  तुला  काही  reply  द्यायचा  नाही . या  आधी  मी  बर्याच  जणांना  अस  सांगतल  होत  पण  कोणी  मला  reply केला  नाही .  खोटारडी  म्हणून  माझा  अपमान  केला  . पण  कोणी  माझ्या  मनात  उतरून  बघितलं  नाही  कि  मी का  अस   वागते  ? पण  तू  मात्र  बरोबर  ओळखलस . मनकवडा  आहेस  कि  काय रे ? पूर्ण  जिंकलस  रे   मला   तू  पूर्ण  जिंकलस . ठरवलं , कि   तुला सर्व  सांगायचं .

            College मध्ये  असताना  विवेकशी  प्रेम  झाल . जातीच्या कारणामुळे  पळून   जून  कोर्टात  लग्न  केल . विवेक  oberoy च्या 'साथिया ' फिल्म  सारख  शेवटी  घरी  कळल्यावर  आम्ही  gajiyaabadla flat   घेऊन  राहायला  लागलो . सुरुवातीचे  दिवस  खूप  सुखात  गेले .विवेकाने  फक्त  चंद्र  तारे  तोडून  ते  माझ्यावर  उधळायचे  बाकी ठेवले  होते . इतके  सुख  त्याने  मला  दिले . पण  काही  दिवसातच ग्रहणाचे  काळे  ढग  आकाशात  दिसायला  लागले  ते  माझ्या  सासुबाइन्च्या  रूपाने . तिला  मी  सून  म्हणून  मान्य  नव्हते  .पण  विवेकसमोर त्या काही  बोलायच्या  नाही . पण  तो  office ला  गेल्यावर  मात्र  बारा  तास मला  टोमणे  सहन  करायला  लागायचे . तो  थकून  यायचा  म्हणून  मी  त्याला  काही  न  सांगता  सहन  करत  होते  . पण  एकदा  सहन  करण्याची  क्षमता संपली  आणि  त्याला  सर्व  काही  सांगितलं . आश्चर्य  म्हणजे  त्याने त्याच्या  आईची  बाजू  घेतली . Tevhaa  मी  2 महिन्यांची  pregnant होते . भांडणामध्ये  त्याने  मला  ढकललं    आणि  मी  kitchen च्या  ओट्यावर पोटाशी  पडले . हा  माझा  पहिला  miscourage. सासूबाई  सर्व   बघत होत्या  पण  काही  बोलल्या  नाही . त्यानंतरही  एका  वर्षाने  असाच  झाल तेव्हा  मी  जमिनीवर  पडले  तो  दुसरा  miscourage . मला  काही  कळायचं नाही  कि  काय  कराव  आई  वडिलांकडे  जायला  तोंड  नव्हत  .सर्काशिताल्या  वाघासारखी  माझी  अवस्था  झाली  होती . नंतर  मी  काही  बोलायचे  नाही .सासूबाई   lucknow ला  निघून  गेल्या  आणि  सर्व  त्रास  कमी  झाला . पण विवेकबद्दल  असलेल  प्रेम  कितीतरी  पटींनी  कमी  झाल  . ज्या  मुलासाठी मी  स्वतःच्या  आई  वडिलांचा  विचार  न  करता  घरातून   पळून  आले . त्याने  माझा   जराही  विचार  karu  नये  ? दिवसभर  घरात  बसून  कंटाळा यायचा  मग  time pass म्हणून   orkut वर  एक  fake account उघडल  आणि सहज  म्हणून  मुलांसोबत  time pass करायचा  मजा  यायची  सर्वांना छाल्ताना  , मी   chat करताना   त्यांची  उत्सुकता  अगदी  शिगेला पोहोचायची   खूप  खेळायचे  त्यांच्या  मनाशी  , आणि  मग  कंटाळा  आला  कि  त्याला  सांगायचं  माझ  लग्न  झाल  आहे . तो  मुलगा   आपोआप  बोलायचं बंद  करायचा .पण  तू  तास  काही  केल  नाहीस  . बाकीच्यांना  कलाल    कि माझ  लग्न  झालेलं  आहे  ,तर  कधी  मला  विचारायचे  नाही  कि  तो  कसा आहे ? काय  करतो ? पण   तू  मात्र  मला  त्याच्याविषयी  सर्व  विचारलास मलाही  तुझ्यापासून  काहीही  लपवता  आल  नाही  .जी  गोष्ट  मी   आजपर्यंत  माझ्या  मित्र  -मैत्रीणीना    आई -वडिलांना देखील   नाही   सांगितली तइ   सर्व  तुला   सांगितली   तुझ्याशी    बोलताना   वेळ   कसा  निघून जायचा   कळायचं  सुद्धा   नाही .

           त्या  दिवशी  पहिल्यांदा  तू  call केलास  , पहिल्यांदा  मी तुझा  आवाज  ऐकत  होते  .तुझ्या  बोलण्याकडे  maaz  लक्षच  नव्हत , तुझी मधाळ  वाणी  , बोलण्यातला  आदब्शिर्पना , नम्रता  यातच  मी  गुंग  झाले . गमतीने  तुला  विचारलं  कि तू  गायक  आहेस  का ? माझ्या  सात पिड्यांपासून  एकही   गायक  आमच्या  घरात  जन्मला  नाही  हे  तुझ  उत्तर , मग  chatting करतानाही  तुझा  आवाज  ऐकत  आहे  अस  वाटायचं . 3 महिने झाले  आपल्या  मैत्रीला  मी  तुझे  सर्व  उपदेश  पाळण्याचा  प्रयत्न  करत  होते . दर  मंगळवारी  तू  माझ्यासाठी  प्रार्थना  करायचास , स्वतःसाठी का   नाही   मागितलास  रे  ? का  आम्हालाच  भरभरून  दिल ? तू  नेहमी म्हणायचास  कि   everything will be all right देव  सर्व  काही  ठीक करेल .  तो  माझी  प्रार्थना  जरूर  पूर्ण  करेन .

             विवेक  आणि  मी  काही  दिवसांसाठी  जेव्हा  दिल्लीला  गेलो तेव्हा  तुझ्याशी  नित  बोलताच  आल  नाही . कधी  जाव  तुझ्याशी  बोलते अस  वाटत  होत  . पाच  दिवसांनी  गाजीयाबाडला  आलो  , मी  सतत  विवेक च्या  office मध्ये  जाण्याची  वाट  बघत  होते . त्याने  जसा  घराच्या बाहेर  पाय  ठेवला  तसच  विजेच्या  वेगाने  येऊन  कॉम्पुटर  चालू  केला आणि  आश्चर्याचा  धाक्का  बसला   तुझा  एकही  scrap नव्हता . तुला   call करण्याचा  प्रयत्न  केला   पण  तोही  लागत  नव्हता  मी  खूप  वेळ  विचार केला  मग  म्हटलं  मी  इथे  नसल्याने  तू  scrap   केला  नसशील  .तुला scrap पाठवले   SMS केले  पण  काही  उत्तर  मिळाले  नाही  .एवढा  राग येतो  तुला  माहित  नव्हत  कारण  गेल्या  3 महिन्यात  एकदाही  रागावला नाहीस  आणि  आज  मात्र    एकदम  नातच  तोडून  टाकल्यासारख  वागत  होतास . 2 दिवस  मी  वाट  बघितली  कॉम्पुटर  समोर  बसून  .तुझ्या  online येण्याची  vaat बघत  होते  पण  तू  online आला  नाहीस  . तुझा  एकही reply आला  नाही . मग  मात्र  खूप  बावरले  काय   घडल  काहीच  काळात नव्हत . अचानक  आठवण  आली   कि  email च  account open करून  बघाव . त्यात   तुझा  mail बघितला  आणि  अधाशासारखी  वाचायला  सुरुवात  केली

Dear मेघा ,

                      माझ्या  आयुष्यातले  सर्वात  चांगले  क्षण  मी तुझ्यासोबत  घालवले . हे  क्षण  मी  माझ्या  मनाच्या  कप्प्यात  बंदिस्त करून  ठेवले  आहेत . ते  फक्त  माझे  आहेत . त्याच्यावर  कुणाचा  हक़्क़ नाही . आता  मी  जे  काही  तुला  सांगणार  आहे  त्यावर  कदाचित  तुझा विश्वास  बसणार  नाही .  पण  दुर्दैवाने  हे  सर्व  खर  आहे  . मी engineering student आहे  ,मुंबईला  राहतो  हे  सर्व  खर  आहे  .पण  मी कुठलाही  part time job करत  नाही , माझे  वडील  watchman नाहीत , आई दुसर्यांच्या  घरी  धुनी  भांडी  करत  नाही  . तू  जस  मला  सांगितलं होतास  कि तू   अविवाहित  आहेस  तसच  मी  तुझ्याशी  खोत  बोललो  यासाठी मला  माफ  कर . I am really sorry for that.माझे  वडील  import- export चा  buisiness कटात , आई  cardiologist आहे . एक  वर्षापासून  मला  blood cancer आहे , आणि  तुला  माहीतच  असेल  कि  यावर  काही  इलाज  नाही . माझंही  तेच   झाल  आहे  .orkut वरच्या  कुठल्याही  मित्राला  मैत्रिणीला  हे  माहित  नाही . तुझ्याप्रमाणे  माझाही  हे  fake account आहे  आणि यातले  सगळे  मित्र  अनोळखी  आहेत . पण  तुझ्याशी  मैत्री पलीकडच  नात निर्माण  झाल  त्यामुळे   तुझ्यापासून  मी  काहीही  लपाउ  शकत  नाही .जेव्हा  मी  तुला  सांगायचो  कि  मी   job ला  जातोय  तेव्हा  मी आईबरोबर  दवाखान्यात  जायचो . तिने   प्रक्टीचे  बंद  केली  आणि  पूर्ण वेळ  मला देते माझ्या  देखभालीसाठी . ज्या  दिवशी  मला  cancer असल्याच कलाल  त्या  दिवशी  दोघांवरही  आभाळ  कोसळल  . आमच्या  हसत्या  खेळत्या घराला  कोणाचीतरी  नजर  लागल्यासारख  झाल . खूप  इलाज  केले  पण  काही झाल  नाही , मंत्र -तंत्र , उपास -तपास , नवस  सर्व  काही  झाल  पण  काही  उपयोग  झाला  नाही . माझ्या  खूप  जवळच्या  मित्रांनाच  हे  माहित  आहे .मला  कॉलेज मध्ये  जायला  बंदी  केली  म्हणून  मीही  घरीच  orkut वर नवीन  friend बनवन  त्यांच्याशी  गप्पा  मारणे  यात  वेळ  घालवायला लागलो . तू  ज्या  दिवशी  मला  mail केला  तेव्हाच  मला  कलाल  कि  काहीतरी  प्रोब्लेम  नक्कीच  आहे  आणि  तूच मला  खर  काय  ते   सांगशील  आणि  तसच  घडल . त्या  दिवसापासून  दररोज बाप्पाजवळ  प्रार्थना  करायचो  कि  सर्व  काही  ठीक  होऊ   दे . तुझ्या miscorage बद्दल  वाचून  तर  अंगावर  काटाच  आला  .doctor ने  तुला सांगितलं  होत  कि  परत  तू  conceive नाही  करू  शकणार  पण  माझा देवावर  पूर्ण  विश्वास  होता  दर  मंगळवारी  बाप्पाकडे  तुझ्यासाठी प्रार्थना  करायचो .

                   तू  दिल्लीला  जात  आहेस  पण  मला  मात्र  करमणार नाही  आणि  आजकाल  मलापण  त्रास  खूप  होतोय . आई  जास्त  वेळ  कॉम्पुटरसमोर   बसू  देत  नाही  . म्हणून  तुला  सर्व  काही  सांगतोय  ,काही दिवसांनी  कदाचित  मी  या  जगात  नसेन  पण  देवाजवळ  एवढीच  प्रार्थना करतो  कि , तू  कुठेही  राहा  पण  सुखात  राहा . विवेकच  तुझ्यावरच प्रेम  कधीच  कमी  होऊ  नये  आणि  तुझ   त्याच्यावार्चाही . जर  तुम्ही दोघे  मानाने  एकत्र  आले  तर  सर्वात  जास्त  आनंद  मलाच  होईल , आणि मला  माहित  आहे  कि  हे  लवकरच  होईल , आणि  तुझ्या  pregnancy चा  एक mail माझ्या  inbox मध्ये  पडला  असेल . काय  माहित  मी  असेन  का  नसेन …..एक  प्रार्थना  जरूर  करेन  माझ्यासाठी  कि  जर  मी  या  जगातून  गेलो  तरी  पुनर्जन्म  घेऊन  तुझ  आणि  विवेकच  बाल  म्हणून  या  जगात  परत पाउल  ठेवेन . सर्व  काही  ठीक  होईल  ,देवावर  विश्वास  ठेव  आणि  हो काळजी  ghe स्वतःची  ,विवेकाची  आणि  होणार्या  बाळाची .



 फक्त  तुझाच   मनापासून  (मनु )

                    Mail   वाचून  एकदम  shock झाले  . मन  अगदी  सुन्न  झाले  .सुमती  क्षेत्रामाडेंची    'युगंधरा ' वाचल्यानंतर  झाल  अगदी तसं .तुला  call करायचा  प्रयत्न  केला , पण

                                                      तुमसे  मिलके  ऐसा  लागा

                                                      तुमसे  मिलके
                                                      आरमा  हुये  पुरे  दिलके

                                                      ऐ  मेरी   जाने  वफा

                                                      तेरी  मेरी  मेरी  तेरी

                                                      एक  जान  हैं

                                                       साथ  तेरे   रहेंगे   सदा ……..

                         हि   callertune नुसतीच  वाजत  राहिली ,रोज  तुला  SMS, scrap करते पण  उत्तर  कधीच  येत  नाही  .आज  3 महिन्यांनी  तुला  mail करते  आहे .खरच  तुझ्या  प्रार्थनेत  खूप   शक्ती  आहे  ,ज्या  ठिकाणी  डॉक्टरांनी आशा  सोडली  होती  तिथे   तुझ्या  प्रार्थनेमुळे  चमत्कार  घडला . आज तुला  सांगावास  वाटत  कि  मी  pregnant आहे . जेव्हा विवेकला  कळल तेव्हा  त्याने  मला  उचलून  गिरकीच  घेतली  पण  मला  तू  हवा  होतास त्या  ठिकाणी . काय  माहित  का  पण  तू  सांगितल्याप्रमाणे  मी त्याच्याशी  चांगल  वागतेय  आणि  तोही  खूप  चांगला  वागतोय  माझ्याशी खूप  काळजी  घेतोय  माझी . तू  स्वतःसाठी  का  नाही  प्रार्थना  केलीस …..का  नाही ?  माझ्या  पोटात  वाढणार  बाल  तुझ्या  रूपात  नाही  याव हीच प्रार्थना  देवाजवळ  करते . माझ  आयुष्य  तुला  लाभू  दे……..मनापासून  फक्त  तुलाच

 
RGB THE COLOURFUL********* LIFE.
RAHUL BHOSALE*****[09893990517]
 

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शशी गराडे      8149275492

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